मोदक पेड़ा: एक अद्भुत पारंपरिक मिठाई की रेसिपी
परिचय
भारतीय मिठाइयों की दुनिया में मोदक का स्थान अत्यंत विशिष्ट है। खासकर महाराष्ट्र और दक्षिण भारत में यह गणेश चतुर्थी के अवसर पर विशेष रूप से बनाया जाता है। वहीं पेड़ा भी उत्तर भारत की प्रसिद्ध मिठाई है जिसे हर त्योहार पर स्थान मिलता है। जब इन दोनों मिठाइयों का मिलन होता है, तो जन्म लेता है "मोदक पेड़ा" — एक ऐसी मिठाई जो स्वाद, परंपरा और आकर्षण से भरपूर होती है।
यह लेख आपको मोदक पेड़ा की सरल और प्रामाणिक रेसिपी के साथ-साथ उससे जुड़े आवश्यक टिप्स, पोषण संबंधी जानकारी, और सामान्यतः पूछे जाने वाले सवालों के उत्तर भी प्रदान करेगा।
सामग्री
मोदक पेड़ा बनाने के लिए आपको निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी:
मुख्य सामग्री:-
- मावा (खोया) – २ कप (ताज़ा और अच्छी गुणवत्ता का)
- चीनी पाउडर – १ कप (स्वादानुसार कम या ज़्यादा कर सकते हैं)
- इलायची पाउडर – १/२ छोटा चम्मच
- घी – २ टेबल स्पून (भूनने के लिए)
- पिस्ता और बादाम – १/४ कप (बारीक कटे हुए, सजावट के लिए)
भरावन के लिए (यदि स्टफ्ड मोदक पेड़ा बनाना हो):-
- नारियल का बुरादा – १/२ कप
- गुड़ (कद्दूकस किया हुआ) – १/२ कप
- खसखस (पोपी सीड्स) – १ टेबल स्पून
- काजू-बादाम पाउडर – २ टेबल स्पून
- इलायची पाउडर – चुटकी भर
विधि
चरण 1: मावा को भूनना :-
- एक भारी तले की कड़ाही लें और उसमें २ टेबल स्पून घी गरम करें।
- उसमें मावा डालें और धीमी आंच पर तब तक भूनें जब तक वह हल्का सुनहरा और खुशबूदार न हो जाए। इसमें लगभग ८–१० मिनट लग सकते हैं।
- मावा भूनने के बाद उसे ठंडा होने के लिए एक थाली में निकाल लें।
चरण 2: भरावन तैयार करना (अगर Stuffed मोदक पेड़ा बनाना चाहें) :-
- एक कड़ाही में नारियल का बुरादा, गुड़ और खसखस डालें।
- इसे धीमी आंच पर तब तक पकाएं जब तक गुड़ पिघलकर सब कुछ अच्छे से मिल न जाए।
- इसमें काजू-बादाम पाउडर और इलायची डालें।
- इस मिश्रण को ठंडा होने दें।
चरण 3: पेड़ा मिश्रण बनाना :-
- भुने हुए मावा में अब पिसी हुई चीनी और इलायची पाउडर मिलाएं।
- अच्छी तरह मिलाएं ताकि मिश्रण एकसार हो जाए।
चरण 4: मोदक पेड़ा बनाना :-
- अब तैयार मिश्रण से एक नींबू के आकार की लोई लें।
- इसे हाथ से दबाकर पेड़ा का आकार दें।
- अगर आप भरावन भरना चाहते हैं, तो लोई को हाथ से बेलकर बीच में थोड़ा सा नारियल-गुड़ का मिश्रण रखें और फिर उसे मोदक के आकार में मोड़ें।
- इसके लिए आप सिलिकॉन या स्टील का मोदक साँचा भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
चरण 5: सजावट और परोसना :-
- तैयार मोदक पेड़ा को पिस्ता और बादाम से सजाएं।
- कुछ देर के लिए फ्रिज में रखें ताकि वे सख्त हो जाएं।
- ठंडा या कमरे के तापमान पर परोसें।
विशेष टिप्स :-
- मावा यदि बाज़ार से ला रहे हैं तो सुनिश्चित करें कि वह ताज़ा और नमी रहित हो, वरना मिठाई जल्दी खराब हो सकती है।
- यदि चीनी पाउडर की जगह बूरा इस्तेमाल करें तो मिठास ज़्यादा अच्छी लगेगी।
- भरावन न भी डालें तो भी यह पेड़ा स्वाद में पूर्ण होता है।
- आप इसे फ्लेवर वैरिएशन देने के लिए केसर या गुलाब जल का उपयोग कर सकते हैं।
- हेल्दी विकल्प के लिए गुड़ और नारियल की मात्रा बढ़ाकर चीनी कम करें।
पोषण संबंधी जानकारी :-
घटक | मात्रा |
---|---|
कैलोरी | 30-150 kcal |
फैट | 7-9 g |
शुगर | 10-12 g |
प्रोटीन | 2-3 g |
कार्बोहाइड्रेट | 15-18 g |
यह मिठाई मध्यम मात्रा में खाई जाए तो उत्सव के समय आनंद बढ़ा सकती है।
सांस्कृतिक महत्व
मोदक को भगवान गणेश का प्रिय भोजन माना जाता है। महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक में गणेश चतुर्थी के दौरान पारंपरिक उकडीचे मोदक बनाए जाते हैं। वहीं, पेड़ा उत्तर भारत में प्रसाद और भोग के रूप में विशेष माना जाता है। इन दोनों के संयोजन से बनी मिठाई पारंपरिक श्रद्धा और आधुनिक स्वाद का मेल है।
सवाल-जवाब (FAQs)
1. मोदक पेड़ा और सामान्य मोदक में क्या अंतर है?
उत्तर: सामान्य मोदक चावल के आटे से बनते हैं और अंदर नारियल-गुड़ की भरावन होती है। मोदक पेड़ा में मावा और चीनी का प्रयोग होता है और यह सूखा होता है, साथ ही इसका स्वाद पेड़े जैसा होता है।
2. क्या मोदक पेड़ा को बिना भरावन के बना सकते हैं?
उत्तर: हां, बिना भरावन के भी यह बहुत स्वादिष्ट बनता है। भरावन इसे और समृद्ध बनाती है लेकिन अनिवार्य नहीं है।
3. क्या मैं मोदक पेड़ा को फ्रिज में रख सकती हूं?
उत्तर: हां, आप इसे एयरटाइट डिब्बे में रखकर ५–७ दिन तक फ्रिज में सुरक्षित रख सकते हैं। परोसने से पहले कुछ समय कमरे के तापमान पर रखें।
4. क्या इसे माइक्रोवेव में गरम किया जा सकता है?
उत्तर: गरम करने की आवश्यकता नहीं होती, पर यदि ठंडा हो गया हो तो कुछ सेकंड (१०–१५) के लिए माइक्रोवेव कर सकते हैं।
5. क्या इसे बिना मावे के बनाया जा सकता है?
उत्तर: आप मिल्क पाउडर और कंडेन्स्ड मिल्क से मावे का विकल्प बना सकते हैं, पर स्वाद और बनावट थोड़ी अलग होगी।
6. बिना साँचे के मोदक आकार कैसे बनाएं?
उत्तर: अपने हाथ से छोटे गोले बना लें, ऊपर की ओर उंगलियों से हल्की-हल्की चुटकी लें जिससे मोदक का शिखर बन जाए। थोड़ी प्रैक्टिस से यह आसान हो जाता है।
7. मोदक पेड़ा को हेल्दी कैसे बनाया जा सकता है?
उत्तर: चीनी की मात्रा कम करें, गुड़ और नारियल ज़्यादा प्रयोग करें, और घी सीमित मात्रा में डालें। आप लो-फैट मावा या मिल्क पाउडर का भी प्रयोग कर सकते हैं।
8. क्या यह मिठाई व्रत में खाई जा सकती है?
उत्तर: यदि व्रत में मावा और चीनी की अनुमति हो, तो यह उपयुक्त है। व्रत विशेष सामग्रियों से भी इसका वर्जन बनाया जा सकता है।
निष्कर्ष
मोदक पेड़ा न केवल एक स्वादिष्ट मिठाई है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक परंपरा का भी प्रतीक है। यह मिठाई सरलता से बनती है, कम समय में तैयार होती है और सभी को पसंद आती है। चाहे आप इसे त्यौहार पर बनाएं या किसी खास मौके पर – यह मिठाई हर दिल को छू जाती है।
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